RBI ने बदले CIBIL स्कोर के नियम: EMI और लोन वालों के लिए खुशखबरी CIBIL Score Rule

CIBIL Score Rule:भारत में आज के समय में लोन लेना एक सामान्य प्रक्रिया बन गई है। चाहे घर खरीदना हो, गाड़ी लेनी हो या किसी पर्सनल ज़रूरत को पूरा करना हो – लोग बैंक और वित्तीय संस्थानों से लोन लेते हैं। लेकिन लोन मंजूर होने से पहले बैंक ग्राहक का CIBIL स्कोर देखता है। यह स्कोर इस बात का प्रमाण होता है कि ग्राहक वित्तीय रूप से कितना भरोसेमंद है।
हाल ही में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने साल 2025 में CIBIL स्कोर से जुड़े 5 नए नियम लागू किए हैं। इन बदलावों से अब ग्राहकों को लोन लेने में और अधिक सुविधा होगी। आइए विस्तार से जानते हैं।
CIBIL स्कोर क्या होता है?
CIBIL स्कोर 300 से 900 अंकों के बीच का एक नंबर होता है। यह आपके पुराने लोन, क्रेडिट कार्ड उपयोग और EMI चुकाने के रिकॉर्ड पर आधारित होता है। स्कोर जितना अधिक होगा, बैंक और फाइनेंस कंपनियों को उतना ही भरोसा होगा कि आप समय पर लोन चुका पाएंगे। सामान्यत: 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है।
नया नियम 1: हर 15 दिन में होगा CIBIL स्कोर अपडेट
पहले CIBIL स्कोर महीने में केवल एक बार अपडेट होता था। यदि आपने समय पर EMI या क्रेडिट कार्ड बिल चुकाया, तो उसका असर आपके स्कोर पर आने में 30 दिन लग जाते थे।
अब RBI के नए नियम के अनुसार, CIBIL स्कोर हर 15 दिन में अपडेट होगा। यानी अगर आपने कोई अच्छी वित्तीय आदत अपनाई है, तो उसका फायदा जल्दी मिलेगा और लोन मिलने की संभावना भी बढ़ जाएगी।
नया नियम 2: लोन रिजेक्ट होने पर कारण बताना होगा
पहले यदि बैंक ने लोन रिजेक्ट कर दिया, तो ग्राहक को केवल इतना पता चलता था कि उनका आवेदन स्वीकार नहीं हुआ। इससे लोग यह नहीं समझ पाते थे कि गलती कहां हुई।
अब RBI ने नियम बनाया है कि बैंक या फाइनेंस कंपनी को रिजेक्शन की पूरी वजह लिखित में बतानी होगी। ग्राहक को यह जानकारी दी जाएगी कि उनका स्कोर क्यों कम है या आवेदन क्यों अस्वीकृत हुआ। इससे ग्राहक अपनी गलतियों को सुधार सकते हैं।
नया नियम 3: पारदर्शिता बढ़ेगी
अब बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर ग्राहकों के साथ पूरी जानकारी साझा करने की जिम्मेदारी होगी। इससे सिस्टम में पारदर्शिता (Transparency) बढ़ेगी। ग्राहक जान पाएंगे कि उनका स्कोर कहां कमजोर है और वे समय रहते उसमें सुधार कर सकेंगे।
नया नियम 4: सुधार का फायदा जल्दी मिलेगा
अब यदि ग्राहक समय पर EMI भरते हैं या क्रेडिट कार्ड बिल क्लियर करते हैं, तो उनका स्कोर जल्दी सुधरेगा। पहले सुधार दिखने में महीनों लग जाते थे, लेकिन अब 15 दिनों के भीतर असर दिखेगा। इससे लोन अप्रूवल की प्रक्रिया तेज होगी।
नया नियम 5: स्वस्थ क्रेडिट कल्चर की शुरुआत
इन बदलावों से लोग अपनी वित्तीय आदतों के प्रति ज्यादा जागरूक होंगे। वे लोन लेने से पहले सोच-समझकर आवेदन करेंगे और अपनी क्रेडिट हिस्ट्री को बेहतर बनाएंगे। इससे भारत में एक स्वस्थ क्रेडिट कल्चर विकसित होगा, जिसमें ग्राहक और बैंक – दोनों का फायदा होगा।
ग्राहकों को मिलेंगे ये फायदे
EMI और क्रेडिट कार्ड समय पर चुकाने का असर जल्दी दिखेगा।
ग्राहक अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग जिम्मेदारी से कर पाएंगे।
भविष्य में असर
RBI के नए नियमों से न केवल ग्राहकों को फायदा होगा बल्कि बैंकों को भी सही ग्राहक चुनने में आसानी होगी। इससे लोन प्रक्रिया तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद बनेगी। आने वाले समय में CIBIL स्कोर को लेकर लोगों में जागरूकता और बढ़ेगी।
RBI द्वारा CIBIL स्कोर से जुड़े नए नियम 2025 में लागू होना ग्राहकों के लिए बड़ी राहत है। अब स्कोर जल्दी अपडेट होगा, रिजेक्शन पर स्पष्ट कारण मिलेगा और लोन अप्रूवल की प्रक्रिया आसान बनेगी। यह बदलाव उन लोगों के लिए सबसे फायदेमंद होंगे जो अपनी वित्तीय आदतों को सुधार रहे हैं और भविष्य में बिना किसी परेशानी के लोन लेना चाहते हैं